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हाथों का उठना / ओम प्रभाकर
Kavita Kosh से
हाथों का उठना
कँपना
गिर जाना
कितने दिन चलेगा ?
कितने दिन और सहेंगे
वे कब चीत्कार करेंगे
कब तक होंगे वे तैयार
कब तक हुँकार भरेंगे ?
क़दमों का उठते-
उठते रूक जाना
कितने दिन और चलेगा ?
दरवाज़ों को खुलना है
गिरना है दीवारों को
लेकिन
कितने दिन तक और
चलना है अतिचारों को ?
आँखों का उठना
झुकना
मुँद जाना
कितने दिन और चलेगा ?