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504 / हीर / वारिस शाह
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भाबी जुलफां गलां उते पेच खाधे अखीं तेरिआं सुरमे दियां धारियां ने
गलां उते भंबीरियां उडदियां ने नैनां सान कटारिया चाढ़ियां ने
तेरें नैनां ने शाह फकीर कीते सनें हाथियां फौज अंबारियां ने
वारस शाह जुलफां खोल नैंण खूनी फौजां कतल उते चा चाढ़ियां ने
शब्दार्थ
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