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अनुकरण / हरीश करमचंदाणी

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किसी इतवार को
या छुट्टी के दिन
बच्चों के बहाने
हम खेलेंगे घर-घर वाला खेल
शायद इसी तरह
हम सीख जाएँ एक दिन
घर बनाना