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काम वाली बाई / भास्कर चौधुरी

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तुम आई तो
खिल उठा माँ का चेहरा
पिता ने ली लम्बी गहरी साँस
तुम जैसी-
माँ की सगी
और मैं मेहमान दिन भर का...