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दल के बिन तेॅ जानले-प्रजातंत्र ही शेष / अमरेन्द्र
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दल के बिन तेॅ जानले-प्रजातंत्र ही शेष
दलगत मेँ पड़लोॅ फिरै-हमरोॅ भारत देश
हमरोॅ भारत देश, कहै छौं बात ई सच-सच
शासन रोॅ कीचड़ मेँ दल रोॅ पिल्लू खच-खच
होतै आरो देश जहाँ पर होतै दू दल
अमरेन्दर अपनोॅ देशोॅ में दल रोॅ दलदल।