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मौन / राहुल झा

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मैं जब मौन में रहा...तुम्हारे लिए
चुप्पियों की सारंगी बजाता रहा
अब
हज़ारों वाद्यों से घिरा हूँ...
मौन नहीं है मेरे पास!