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शनि मंदिर में / मनोज श्रीवास्तव

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शनि मंदिर में...


आते हैं यहाँ ऐन शनिवार के दिन
सभी समाजों के छूट-अछूत जन
बाम्भन-चमार, लुच्चे-लफंगे
पापी-पुण्यात्मा, पीर-महात्मा
छोटे-बड़े नेता-अभिनेता
अफसर-बाबू, मवाली-बदमाश
बनिया-बक्काल, ज़माखोर-मुनाफाखोर
लम्पट-लावारिस, आशिक-गुंडे
अंडरवर्ल्ड के डान-गुर्गे
छिनाल-हरजाई, चोर-उचक्के