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चंदन छै अंग देश के माटी / धीरज पंडित

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चंदन छै अंग देश के माटी
कण-कण मेॅ भगवान छै
जेकरोॅ गर्व से बोलै दुनियोॅ
भारत देश महान छै।

सत्य अहिंसा आरू प्रेम के
सब सेॅ बढ़लोॅ दान छै
जेकरोॅ गर्व से बौलै दुनियाँ
भारत देश महान छै।

हरिश्चन्द्र आरू कर्ण सम दानी
दुनियाँ मेॅ नय होतै
जेकरोॅ तेज सेॅ देव लोक मेॅ
इन्द्रासन भी डोलै।
बेटा के बलिदान जे देलकै
ई कैन्हों ईन्सान छै
जेकरोॅ गर्व सेॅ बोलै दुनियाँ
भारत देश महान छै
चंदन छै अंग देश के माटी

चौपाई नगर मेॅ भैया
सती के तेज तोंय देखो।
नारी के सम्मान मेॅ आपनोॅ
दोनों हाथ समेटो।
पति के प्राण बचावै खातिर

बिहुला के अरमान छै
जेकरोॅ गर्व से बोलै दुनियाँ
भारत देश महान छै।
चंदन छै अंग देश के माटी

अंग्रेजो केॅ मारी भगैलकै
अंग देश के बेटा नेॅ।
एतना उँच्चो नाम करलकै
एगो छोटो सिक्का नेॅ।

हय मत भूलियोॅ-कहियोॅ
तिलकामांझी के बलिदान छै
जेकरोॅ गर्व से बोलै दुनियाँ
भारत देश महान छै।

चंदन छै अंग देश के माटी
कण-कण मेॅ भगवान छै...