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'टॉमस एटकिन्स' के लिए / रुडयार्ड किपलिंग / तरुण त्रिपाठी

('बैरेक-रूम बैलेड्स' संग्रह की पहली कविता)

मैंने तुम्हारे लिए लिखा है एक गीत,
हाँ हो सकता है यह सत् या असत्,
पर बस तुम्हीं बता सकते हो मुझे अगर ये सच है.
मैंने कोशिश की है व्यक्त करने की
तुम्हारे सुख और तुम्हारे दर्द दोनों ही,
और यहाँ है, टॉमस<ref>'टॉमस/टॉमी एटकिन्स'= अंग्रेज़ सैनिकों के लिए प्रयोग किया जाने वाला एक आम उपनाम</ref>, मेरा सर्वाधिक आदरभाव तुम्हारे लिए!

हाँ निश्चय ही आयेगा एक दिन
जब वे देंगे तुम्हें तुम्हारी पूरी उजरत
और एक ईसाई की तरह तुमसे पेश आएँगे;
तो, जब तक आता है वह दिन,
ईश्वर रखे तुम्हें स्वस्थ्य और सुरक्षित,
और यहाँ है, टॉमस, मेरा सर्वाधिक आदरभाव तुम्हारे लिए!