http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%27%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%8B_%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%9C%E0%A4%AC_%E0%A4%B0%E0%A4%A5_%E0%A4%86%E0%A4%AF%E0%A4%BE_/_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AC_%E0%A4%96%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2&feed=atom&action=history'सती को लेने जब रथ आया / गुलाब खंडेलवाल - अवतरण इतिहास2024-03-28T08:32:04Zविकि पर उपलब्ध इस पृष्ठ का अवतरण इतिहासMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%27%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%8B_%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%9C%E0%A4%AC_%E0%A4%B0%E0%A4%A5_%E0%A4%86%E0%A4%AF%E0%A4%BE_/_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AC_%E0%A4%96%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2&diff=145737&oldid=prevVibhajhalani: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल |संग्रह=सीता-वनवा...' के साथ नया पन्ना बनाया2012-08-29T14:15:30Z<p>'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल |संग्रह=सीता-वनवा...' के साथ नया पन्ना बनाया</p>
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|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल<br />
|संग्रह=सीता-वनवास / गुलाब खंडेलवाल<br />
}}<br />
[[Category:गीत]]<br />
<poem><br />
<br />
सती को लेने जब रथ आया <br />
सब रह गये ठगे से, कोई बढ़ कर रोक न पाया <br />
<br />
आश्रम सारा धुआँ धुआँ था<br />
सम्मुख पावक भरा कुआँ था <br />
जिसमे तेज विलीन हुआ था<br />
लिए सुकोमल काया <br />
<br />
मलिन दिशायें काँप उठा नभ<br />
सुमन जहाँ केवल था सौरभ<br />
सर्व -समर्थ नाथ को हतप्रभ <br />
देख विश्व अकुलाया <br />
<br />
सिसक रहे थे लव कुश भू पर<br />
सब परिजन, पुरजन थे कातर<br />
बाल्मीकि मुनि ने तब उठ कर <br />
मधुर सुरों में गाया <br />
<br />
सती को लेने जब रथ आया <br />
सब रह गये ठगे से, कोई बढ़ कर रोक न पाया <br />
<poem></div>Vibhajhalani