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"'हाई टी' और 'डिनर' के बाद / शाहिद अख़्तर" के अवतरणों में अंतर
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कभी देखा है तुमने | कभी देखा है तुमने | ||
देश की तकदीर लिखने वालों ने | देश की तकदीर लिखने वालों ने | ||
क्या क्या ना बनाया है हमारे लिए | क्या क्या ना बनाया है हमारे लिए | ||
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आग उगलती, जान निगलती | आग उगलती, जान निगलती | ||
− | + | हज़ारों मील दूर मार करने वाली मिसाइलें हैं | |
हम एटमी ताकत हैं अब | हम एटमी ताकत हैं अब | ||
किसकी मजाल जो हमें डराए धमकाए | किसकी मजाल जो हमें डराए धमकाए | ||
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अंतरिक्ष पर जगमगा रहे हैं | अंतरिक्ष पर जगमगा रहे हैं | ||
हमारे दर्जनों उपग्रह | हमारे दर्जनों उपग्रह | ||
− | चांद पर | + | चांद पर क़दम रखने की |
− | हम कर रहे हैं | + | हम कर रहे हैं तैयारियाँ |
और दुनिया मान रही है हमारा लोहा | और दुनिया मान रही है हमारा लोहा | ||
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हम उभरती ताकत है | हम उभरती ताकत है | ||
अमेरिका भी कह रहा है यह बात | अमेरिका भी कह रहा है यह बात | ||
− | + | हाँ, यह बात दीगर है | |
कि भूख और प्यास के मामले में | कि भूख और प्यास के मामले में | ||
हम थोड़ा पीछे चल रहे हैं | हम थोड़ा पीछे चल रहे हैं | ||
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लेकिन परेशान ना हों | लेकिन परेशान ना हों | ||
'हाई टी' और 'डिनर' के बाद | 'हाई टी' और 'डिनर' के बाद | ||
नीति-निर्माताओं की | नीति-निर्माताओं की | ||
− | + | इस पर भी पड़ेगी निगाह | |
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02:48, 26 अगस्त 2010 के समय का अवतरण
कभी देखा है तुमने
देश की तकदीर लिखने वालों ने
क्या क्या ना बनाया है हमारे लिए
आग उगलती, जान निगलती
हज़ारों मील दूर मार करने वाली मिसाइलें हैं
हम एटमी ताकत हैं अब
किसकी मजाल जो हमें डराए धमकाए
अंतरिक्ष पर जगमगा रहे हैं
हमारे दर्जनों उपग्रह
चांद पर क़दम रखने की
हम कर रहे हैं तैयारियाँ
और दुनिया मान रही है हमारा लोहा
हम उभरती ताकत है
अमेरिका भी कह रहा है यह बात
हाँ, यह बात दीगर है
कि भूख और प्यास के मामले में
हम थोड़ा पीछे चल रहे हैं
लेकिन परेशान ना हों
'हाई टी' और 'डिनर' के बाद
नीति-निर्माताओं की
इस पर भी पड़ेगी निगाह