भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अंगिका" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 20: पंक्ति 20:
 
<div style="margin:10px;">'''मध्यकालीन संत कवि'''</div>
 
<div style="margin:10px;">'''मध्यकालीन संत कवि'''</div>
 
* [[कबीर#अंगिका रचनाएँ|कबीर]]
 
* [[कबीर#अंगिका रचनाएँ|कबीर]]
* धर्मदास जी
+
* धर्मदास
 
* शिवनारायण
 
* शिवनारायण
 
* मेँहीँ जी
 
* मेँहीँ जी
पंक्ति 26: पंक्ति 26:
 
* रामेश्वरदास
 
* रामेश्वरदास
 
* मोतीलाल साह 'कलाकार'
 
* मोतीलाल साह 'कलाकार'
* नारायण दास
+
* नारायणदास
 
* रघुनन्दन 'राही'
 
* रघुनन्दन 'राही'
 
* रघुनन्दन झा
 
* रघुनन्दन झा
पंक्ति 34: पंक्ति 34:
 
* छोटेलाल दास
 
* छोटेलाल दास
 
* ब्रजेश दास
 
* ब्रजेश दास
* अज्ञात कवि
+
* [[अज्ञात रचनाकार#अंगिका रचनाएँ|अज्ञात रचनाकार]]
 
<div style="margin:10px;">'''आधुनिक-कालीन कवि'''</div>
 
<div style="margin:10px;">'''आधुनिक-कालीन कवि'''</div>
 
* [[अंजनी कुमार शर्मा]]
 
* [[अंजनी कुमार शर्मा]]
पंक्ति 70: पंक्ति 70:
 
* [[गणेश कुसुम]]
 
* [[गणेश कुसुम]]
 
* [[गुरेश मोहन घोष]]
 
* [[गुरेश मोहन घोष]]
* [[चंदर दास]]
 
 
* [[चन्द्रप्रकाश जगप्रिय]]
 
* [[चन्द्रप्रकाश जगप्रिय]]
 
* [[छन्दराज]]
 
* [[छन्दराज]]

00:04, 20 अक्टूबर 2016 का अवतरण

अंगिका भाषा के विकास में रुचि रखने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से अनुरोध है कि अंगिका कविता कोश के विकास में हमारी सहायता करें
Dr-amrendra-kavitakosh-100.jpg
डॉ. अमरेन्द्र
सहायक सम्पादक
अंगिका विभाग
कविता कोश टीम
Rahul-shivay-kavitakosh-100.jpg
राहुल शिवाय
सहायक सम्पादक
अंगिका विभाग
कविता कोश टीम
अंगिका रचनाकार
बौद्ध कवि
मध्यकालीन संत कवि
  • कबीर
  • धर्मदास
  • शिवनारायण
  • मेँहीँ जी
  • किंकर जी
  • रामेश्वरदास
  • मोतीलाल साह 'कलाकार'
  • नारायणदास
  • रघुनन्दन 'राही'
  • रघुनन्दन झा
  • चन्दरदास
  • इन्द्रमती
  • सतपाल
  • छोटेलाल दास
  • ब्रजेश दास
  • अज्ञात रचनाकार
आधुनिक-कालीन कवि
अंगिका भाषा
  • नाम: अंगिका को पहले छेकी-छिकी, आंगी, छाई-छोऊ, अंगिकार, छेकरी और ठेठी नामों से भी जाना जाता था।
  • क्षेत्र: अंगिका मुख्य-रूप से बिहार (जिला अररिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, सुपौल, बाँका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेख़पुरा व खगड़िया), झारखंड (जिला साहेबगंज, गोड्डा, देवघर, पाकुर, दुमका, गिरिडीह व जामतारा) और पश्चिम बंगाल (जिला मालदा, उत्तरी दिनाजपुर) में बोली जाती है।