अगर जानती गाना तितली।
लिए तानपुरा फिरता
तब पवन बाग़ में
पत्तों का तबला भी
बजता संग राग में।
कान फूल सब लगवा लेते
अगर जानती गाना तितली।
मोर नाचता पैरों में
घुंघरू बंधवा कर
डेरा वहीं डालता
काला भौंरा जा कर।
अजब हाल कोयल का होता
अगर जानती गाना तितली।