* [[कैसे दुनिया का जाएज़ा किया जाए / अज़हर फ़राग़]]
* [[उस लब की ख़ामुशी के सबब टूटता हूँ मैं / अज़हर फ़राग़]]
* [[ दोष देते रहे बे-कार ही तुग़्यानी को / अज़हर फ़राग़]]* [[ रात की आग़ोश से मानूस इतने हो गए / अज़हर फ़राग़]]* [[ कमी है कौन सी घर में दिखाने लग गए हैं / अज़हर फ़राग़]]