भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अनुभव / रामरक्षा मिश्र विमल

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:36, 4 अगस्त 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामरक्षा मिश्र विमल |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अनुभव
छलकट गंजी में
सतहत्तर गो छेद
अनुभव
परिभाषा के विस्तार
आ भेद उपभेद

अनुभव
अजगर के
गुपचुप मिजाज
अनुभव
रिसाइकिल बिन में
अन्हुआत लेहाज

अनुभव
कटहरी के
छलकल मुस्कान
अनुभव
दादा जी के
खाली दलान

अनुभव
राजधानी का भीड़वाला इलाका में
दउरावत बैलगाड़ी
अनुभव
कानूनी दावपेंच में माहिर
बाकि’ आज के अनाड़ी

अनुभव
गगरी में
भुलाइल छीपा
अनुभव
जीवन रक्षक दवाई का पैक में
जहर भरल पीपा

अनुभव
सतमेधरा अनाज के
सतुआ
अनुभव
परपीड़ा का आस में
खाल ओदरवावत पटुआ

अनुभव
कोइलर पपिहरा के
बोली
अनुभव
परम शांति खातिर
नीनि के गोली

अनुभव
आर्केस्ट्रा के
कमरहिलावन शोर
अनुभव
फलगू अस गायब
मनई के लोर

अनुभव कुच कुच करिया
दग दग पीयर
टह टह लाल
अनुभव
छनही में
सफेद के कमाल

अनुभव
गुट निरगुट के
नुकसान आ फायदा
अनुभव
जमात के
नया पुरान कायदा

अनुभव
बाहेगुरू ईसा
राम आ रहीम
अनुभव
गैस ओवन के फ्लेम
फुल आ सीम

अनुभव
सर दर्द के दवाई
आयोडेक्स
अनुभव
विकास के पर्याय
फ्री सेक्स