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अन्तस की गुलामी / सुरजन परोही

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आजादी की लड़ाइयाँ
हुई कितनी-ऐतिहासिक

बँधे हुए जकड़े हैं
एक-दूसरे के गुलाम हैं
नहीं तो-
अपने आप के गुलाम
अपने पाँव तले दबे हैं
आजादी की लड़ाई लड़ी कितनी
पर अपने आप से
आजादी की लड़ाई
नहीं लड़ी कभी।