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"अपना हिन्दुस्तान / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान" के अवतरणों में अंतर

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कौन छीन सकता फिर  
 
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एक नहीं
 
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योद्धा यहाँ महान
 
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बदल गयी इतिहास देश का  
 
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बापू की लाठी  
 
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भले पड़ गयी देनी इसको  
 
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दुश्मन पर भारी  
 
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इसका एक जवान
 
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21:44, 16 मार्च 2012 के समय का अवतरण


अपना हिन्दुस्तान

सबसे न्यारा
सबसे प्यारा
अपना हिन्दुस्तान
आओ हम सब
 मिलकर गायें
इसका गौरव गान

मातृभूमि हित शीश कटाना
इसकी परिपाटी
कौन छीन सकता फिर
इससे फूलों की घाटी
एक नहीं
हर युग में उपजे
योद्धा यहाँ महान

चढ़ी रही हरदम राणा के
घोडे़ की काठी
बदल गयी इतिहास देश का
बापू की लाठी
अंतरिक्ष तक
ध्वजा तिरंगा
लेता फिरे उड़ान

पाँव पड़ी जंजीरें तोड़ीं
हार नहीं मानी
भले पड़ गयी देनी इसको
लाखों कुर्बानी
सवा लाख
दुश्मन पर भारी
इसका एक जवान