भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अपनी केवल धार / अरुण कमल

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:34, 15 सितम्बर 2009 का अवतरण ()

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
अपनी केवल धार
Arunkamal1.jpg
रचनाकार अरुण कमल
प्रकाशक वाणी प्रकाशन, दिल्ली
वर्ष 1980
भाषा हिन्दी
विषय कविता
विधा
पृष्ठ 80
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।