अपने मुँह पर ताले रखना
खुद को आज संभाले रखना
शहर बहुत हैं सूरज तनहा
अपने पास उजाले रखना
खुद से दूर न होना, अपनी
बाँह गले में डाले रखना
देख तुझे उलझाएंगे वो
तू भी प्रश्न उछाले रखना
कल ये पिंजरा ही न रहेगा
कुछ पंछी पर वाले रखना
अपने मुँह पर ताले रखना
खुद को आज संभाले रखना
शहर बहुत हैं सूरज तनहा
अपने पास उजाले रखना
खुद से दूर न होना, अपनी
बाँह गले में डाले रखना
देख तुझे उलझाएंगे वो
तू भी प्रश्न उछाले रखना
कल ये पिंजरा ही न रहेगा
कुछ पंछी पर वाले रखना