मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
अयलै ने हमर रंग रसिया हो रामा, ने अयलै पतिया हो रामा
अपने ने आयल संदेश ने भेजल, कठिन कठोर परदेशिया हो रामा
हम विरहिन दर्शन बिनु व्याकुल कोना, काटब दिन रतिया हो रामा
हमरो सँ नीक भोग कुबजी के, निसि दिन करय शयनमा हो रामा