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अर्जुन के नीचे हौ अँखिया / सच्चिदानंद प्रेमी

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अर्जुन के नीचे हौ अँखिया।
चेला-चुटरी अंतेबासी-
से आसरम हो गेल सूना,
छात्र धरम मरजाद मेटा के-
पीअथ दम भर भर-भर दोना;
चेला गुरू के माथा चढ़ के-
उधेड़ रहल हे अँखिया बँखिया
अर्जुन के नीचे है अँखिया।