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"अवई अछि नाव नहिं भव स कदाचित ललित छी अपने / मैथिली" के अवतरणों में अंतर

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अवई अछि नाव नहिं भव स कदाचित ललित छी अपने।
 
अवई अछि नाव नहिं भव स कदाचित ललित छी अपने।
 
वैजन्ती मंगला काली शिवासिनी नाम अछि अपने।
 
वैजन्ती मंगला काली शिवासिनी नाम अछि अपने।
हमर दुख कियो नहि बुझय कहब हम जाय ककरा स कृपा करू आजु हे जननी बेकल भय आवि बैसल छी।
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हमर दुख कियो नहि बुझय कहब हम जाय ककरा स  
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कृपा करू आजु हे जननी बेकल भय आवि बैसल छी।
  
  
 
''' यह गीत श्रीमती रीता मिश्र की डायरी से'''
 
''' यह गीत श्रीमती रीता मिश्र की डायरी से'''
 
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09:59, 22 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अवई अछि नाव नहिं भव स कदाचित ललित छी अपने।
वैजन्ती मंगला काली शिवासिनी नाम अछि अपने।
हमर दुख कियो नहि बुझय कहब हम जाय ककरा स
कृपा करू आजु हे जननी बेकल भय आवि बैसल छी।


यह गीत श्रीमती रीता मिश्र की डायरी से