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"आंखों में आसमान / ज्ञान प्रकाश विवेक" के अवतरणों में अंतर

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*[[ख़ुद से लड़्ने के लिए जिस दिन खड़ा हो जाऊँगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तूने लपटों को जो आँखों में उतारा होता / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[खुली कपास को शोलों के पास मत रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ज़िन्दा रहने की ये तौफ़ीक उठाए रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[जीने का अर्थ उसने समझा दिया सभी को / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ये सच है कि वो लामकान था यारो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तुम्हारे शहर में ये बेघरों को मान मिला / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[मुझे मालूम है भीगी हुई आँखों से मुस्काना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[बेचारे मुफ़लिस का चेहरा फटी हुई पुस्तक-सा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[जाते-जाते वो मौसम भी क्या ले गया / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[जलेगा दिया तो सँवर जाएगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[फिर आज बर्फ़ पर सूरज टहलने आया है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[आँसुओं की तरह आँखों में जड़ा हूँ लोगो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[झगड़ा किया था जिसने कल रात ज़िन्दगी से / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[भोला बालक है भला कैसे सताऊँ उसको / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अजीब बात वो तिनकों का आशियाना था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[किसी बैलून की मानिंद भर गया हूँ मैं / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[दब न जाऊँ मैं कहीं मील का पत्थर बन कर / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ख़ुशी का चाँद यहाँ कम जवान होता है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[व्याकरण हो गया वो शख़्स ज़माने के लिए / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[मैं कुछ दिन से यहाँ आकर बसा हूँ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[हरेक आदमी बेघर है ज़िन्दगी के लिए / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[कभी वो शाहसवारों की बात करता है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अजीब किस्म का विश्वास उस बशर में है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अपने वेश्वास को आप तोड़ा न कर / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[भूचाल जो मेरा मकान तोड़ जाएगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[इक लफ़्ज़ में जो प्यार का पैग़ाम लिख गया / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[क्यों भटकता कोई बैचैन अँधेरों की तरह / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[रेज़गारों की अदावत से बचा ले मुझको / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अपनी औक़ात समझ ख़ुद को पयम्बर न बना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तुम कभी ज़र्रों के अन्दर देखो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[पत्थर उठा के झील में वो फेंकता रहा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अजीब किस्म का अहसास दे गया मुझको / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[पलकों से चाँदनी की किरचें उठा रहा हूँ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[कभी दीवार कभी दर की बात करता था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[पतंग उसने उठाई है इस उठान के साथ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[दोस्ती में अदावत का डर दोस्तो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[कोई बताए शहर के मैसम को क्या हुआ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[वो भोले बालक अँधेरी रातों से लड़ रहे थे / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[समय के साथ कदम रख के चलने वाला था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[जिसे मैं अपना समझता था राज़दाँ यारो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[उन्हीं को सौंप दिया आपने चमन यारो / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ज़िन्दगी में इक भयानक ख़्वाब देखा इन दिनों / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[कर्ज़ की बातें लिखी थीं डायरी की दरमियाँ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[इस लिए हम लोग घबराने लगे हैं / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[मन का सोया हुआ विश्वास जगाना होगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[वो चाँदनी है, धूप है या आफ़ताब है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[इन हवाओं का इल्मो-हुनर देखिए / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तू है बेचैन बहुत जिसको मनाने के लिए / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ये ज़िन्दगी भी किसी दर्द के हवन-सी है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तुम झोंपड़ी बनाओ यहाँ देख भालकर / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[टिमटिमाता हुआ इक अश्क गिरा हो जैसे / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तुम ही बताओ क्या वो कोई हादसा न था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[हर आदमी है यहाँ दर्द का स्कूल कोई / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[पानी-पानी चीख़ रहा था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[हाथ में लेकर खड़ा है बर्फ़ की वो सिल्लियाँ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[हज़ारों वहशतों का घर है दंगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[रोज़ भरा है रोज़नामचा हत्यारों के बीच / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[धूप लिक्खूँ या कहकशाँ लिक्खूँ / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[कुछ लोग थे कि रेत में जल ढूँढते रहे / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अजीब बात वो मेरे बदन का साया है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[वो इस तरह पानी में अगन ढूँढ रहा है / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[लोग ऊँची ऊड़ान रखते हैं / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[मुहब्बतों के खुले दर नज़र नहीं आते / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ये कारवाने वक़्त कसक छोड़ जाएगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[अंगारों के तकिये रखकर  / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ये रहनुमाओं ने की हैं इनायतें कैसी / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ज़मीं पे रहने लगा है जो आसमाँ बन कर / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[ऐ ज़िन्दगी मुझे तू ज़रा आज़मा के देख / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[दर्द के भोज में जब हमने सजाए आँसू / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[तुम अपने घर में उजालों को लाज़िमी रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
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*[[माँ जैसा वो चेहरा ले कर आता था / ज्ञान प्रकाश विवेक]]

14:25, 29 नवम्बर 2008 का अवतरण

आंखो में आसमान
Mail.jpg
रचनाकार ज्ञान प्रकाश विवेक
प्रकाशक वाणी प्रकाशन
वर्ष 2008
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ 103
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।