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आओ तलाशें वे शब्द / मदन गोपाल लढा

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वेद कहते हैं
इस सृष्टि में
अभी तक स्थिर है
वे शब्द
जिनसे रचे गए मंत्र
युगों की साधना से।

ओ मेरे सृजक!
आओ तलाशें
उन शब्दों को
पहचानें
उनके तेज को
उतारें
उन मंत्रों की आत्माओं को
हमारी कविता में
साधें सम्बन्ध
उनकी गूँज से।


फ़िर देखना
हमारी कविता
कम नहीं होगी
किसी मंत्र से।


मूल राजस्थानी से अनुवाद : स्वयं कवि द्वारा