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आज जीने के लिए… / इमरोज़ / हरकीरत हकीर

पेंटेड मास्टरपीस
म्युजियम के लिए होते हैं
कल को देखने के लिए जानने के लिए
मुहब्बत ही सिर्फ
ज़िंदा मास्टरपीस ज़िन्दगी के लिए होती है
आज को जीने के लिए हर रोज़