Last modified on 11 जून 2017, at 12:48

आज बा / गौरीशंकर

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:48, 11 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गौरीशंकर |अनुवादक= |संग्रह=थार-सप...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आज बा
फोन पर हांसी
हांसती-हांसती बोली
छांटा आवै।
म्हूं कोसां-कोस दूर
बैठ्यो हूं।
उणरी हांसी
म्हारै हियै माथै
पड़ंगाजोड़ छांटा करगी
हांसती सी।