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आती है ये चिड़िया / श्रीप्रसाद

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दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया
दाना खाकर मीठा गाना, गाती है ये चिड़िया
उड़कर आँगन में आती है, फिर यह छत पर जाती
फिर आँगन में जहाँ छाँह है, अपने पर फैलाती
देख-देख मुझको कैसे, मुसकाती है ये चिड़िया
दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया
दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया
नन्ही-नन्ही एक चोंच है, नन्ही-सी दो आँखें
नन्हा सिर, नन्हे पंजे हैं, नन्ही-नन्ही पाँखें
नन्हे रवि को सबसे ज्यादा भाती है ये चिड़िया
दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया
इसे पालकर घर में रख लूँ, कहीं नहीं फिर जाए
पर पिंजड़े में रहकर चिड़िया भला कहीं सुख पाए
मेरे घर में कभी न कुछ दुख पाती है ये चिड़िया
दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया
एक बार यह सुबह गीत गा, दाना खा जाती है
फिर दुपहर के बाद कहीं से, उड़कर यह आती है
फिर सूरज के छिप जाने तक, गाती है ये चिड़िया
दाना खाने, गाना गाने, आती है ये चिड़िया।