भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आदतन मोची की निगाह / हेमन्त शेष

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:49, 7 जुलाई 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हेमन्त शेष }} {{KKCatKavita}} <poem> आदतन मोची की...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आदतन मोची की निगाह
सबसे पहले पड़ती है
हरेक के जूतों पर

नाई की खोपड़ियों पर
और कवि की कहां ?

इसका जवाब देती है -
उसकी अच्छी या बुरी कविता !