Last modified on 9 जुलाई 2010, at 16:16

आमंत्रण / मनोज श्रीवास्तव


आमंत्रण

एक गंवई
गाँव कोसने आए
लल्लू टाई वाले के
आमंत्रण पर,
उछल-उछल
दौड़-दौड़
पगड़ी उतार
आवाज़ दे रहा है--
मैं आ रहा हूँ
आ ही रहा हूँ
बस, आ ही रहा हूँ.