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आम आदमी के जीवन का मोल / इराक्ली ककाबाद्ज़े / राजेश चन्द्र
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मेरे देश में,
जहाँ भरे पड़े हैं विपुल संख्या में
पुजारी और कवि,
एक आम आदमी के
जीवन का मोल
नगण्य है घास-फूस तक से...
अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र
लीजिए, अब इसी कविता का जार्जियाई भाषा से अँग्रेज़ी अनुवाद पढ़िए
Irakli Kakabadze
In my homeland,
Where priests and poets
Abound,
A man’s life
Is worth less than straw . . .
Translated from Georgian by Mary Childs