भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आसरा / अर्जुनदेव चारण" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अर्जुनदेव चारण |संग्रह= }}‎ {{KKCatKavita‎}} <...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 16: पंक्ति 16:
 
उम्रभर
 
उम्रभर
 
आसरे की।
 
आसरे की।
 +
 +
'''अनुवाद :-  कुन्दन माली'''
 
</Poem>
 
</Poem>

13:20, 1 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण


बेटी को
सौंपकर
पिता
अंगुली
पकड़ा देता है
पति को
प्रतीक्षा करती है वह
उम्रभर
आसरे की।

अनुवाद :- कुन्दन माली