मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
आ सात सय घसवहिनी के आय
मारै छै तऽ छोपहा चौरीमे
आ सात सय घसवहिनी के आय
मारै छै तऽ चौरीमे ने हय।।
हौ मामा।
आब बदला तऽ सधा लय हौ मामा
सबटा तऽ घसवहिनीसे
आ बदला तऽ सधा लय हौ मामा
सबटा घसवहिनी से ने हय।
आ सात सय घसवहिनी के आय
मारै छै तऽ छोपहा चौरीमे
आ सात सय घसवहिनी के आय
मारै छै तऽ चौरीमे ने हय।।
हौ मामा।
आब बदला तऽ सधा लय हौ मामा
सबटा तऽ घसवहिनीसे
आ बदला तऽ सधा लय हौ मामा
सबटा घसवहिनी से ने हय।