Last modified on 24 मई 2012, at 13:48

इस वक़्त / अजेय

मेरे कंधों पर कोई चेहरा नहीं है इस वक्त
नहीं है कनपटियों को छूती कोई गर्म सांस
हाथ नहीं है कोई भरोसेमंद मेरी पीठ पर
मेरी परेशानी से परेशाँ नहीं है कोई
मेरे बारे में कोई कुछ सोच नहीं रहा
इस वक्त
पूरी दुनिया में मैं कहीं नहीं हूँ ।

1988