उदास रहता है बैठा शराब पीता है वो जब भी होता है तन्हा[1] शराब पीता है तुम्हारी आँखों की तौहीन[2] है ज़रा सोचो तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है वो मेरे होंठों पे रखता है फूल-सी आँखें ख़बर उड़ाओ कि ‘राना’ शराब पीता है