भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एक-एक करके / सोलोमन ओचवो-ओबुरु / राजेश चन्द्र

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:33, 28 अक्टूबर 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सोलोमन ओचवो-ओबुरु |अनुवादक=राजेश...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वह
उतारती है

अपना दिल
अपना मानस
फिर मांस

अब मैं नंगा हूं

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र

लीजिए, अब मूल अँग्रेज़ी में यह कविता पढ़िए
       Solomon Ochwo-Oburu
       Cock in Maternity Ward