चलते हमारे साथ
टांगे हैं पहरेदार सुअर एक कंधों पर
और मैं घसीटा जा रहा हूँ
बेरहमी से
सुअर से भी बदतर
बरताव किया जाता है आदमी से
स्वाधीनता खोते ही
चलते हमारे साथ
टांगे हैं पहरेदार सुअर एक कंधों पर
और मैं घसीटा जा रहा हूँ
बेरहमी से
सुअर से भी बदतर
बरताव किया जाता है आदमी से
स्वाधीनता खोते ही