Last modified on 21 नवम्बर 2013, at 07:02

एहसास / अबरार आज़मी

सशुल्क योगदानकर्ता ३ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:02, 21 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अबरार आज़मी }} {{KKCatNazm}} <poem> लम्हात का ह...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

लम्हात का हयूला कुछ भूलने लगा था
आवाज़ का सरापा कुछ ऊँघने लगा था
सन्नाटा पा-शिकस्ता कुछ बोलने लगा था
वहश्त-ज़दा सा कमरा कुछ ढूँडने लगा था
मेरा शुऊर ज़द में तहत-ए-शुऊर की था