नाम:- ओम पुरोहित ‘कागद’
जन्म:- ५ जुलाई १९५७, केसरीसिंहपुर (श्रीगंगानगर)
शिक्षा:- एम.ए. (इतिहास), बी.एड. और राजस्थानी विशारद
प्रकाशित पुस्तकें- हिन्दी :- धूप क्यों छेड़ती है (कविता संग्रह), मीठे बोलों की शब्दपरी (बाल कविता संग्रह), आदमी नहीं है (कवितासंग्रह), मरूधरा (सम्पादित विविधा), जंगल मत काटो (बाल नाटक), रंगो की दुनिया (बाल विविधा), सीता नहीं मानी (बाल कहानी), थिरकतीहै तृष्णा (कविता संग्रह)
राजस्थानी :- अन्तस री बळत (कविता संग्रै), कुचरणी (कविता संग्रै), सबद गळगळा(कविता संग्रै), बात तो ही, कुचरण्यां, पचलड़ी, आंख भर चितराम।
जंगल मत काटो(नाटक-2005), राधा की नानी (किशोर कहानी-2006), रंगों की दुनिया(विज्ञान कथा-2006), सीता नहीं मानी( किशोर कहानी-2006),जंगीरों की जंग (किशोर कहानी-2006)तथा मरुधरा(सम्पादित विविधा-1985)
पुरस्कार और सम्मान:- राजस्थान साहित्य अकादमी का ‘आदमी नहीं है’ पर ‘सुधीन्द्र पुरस्कार’, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर की ओर से ‘बात तो ही’पर काव्य विधा का गणेशी लाल व्यास पुरस्कार, भारतीय कला साहित्य परिषद, भादरा का कवि गोपी कृष्ण ‘दादा’ राजस्थानी पुरस्कार, जिला प्रशासन, हनुमानगढ़ की ओर से कई बार सम्मानित, सरस्वती साहित्यिक संस्था (परलीका) की ओर सम्मानित।
सम्प्रति:- प्रधानाध्यापक (शिक्षा विभाग, राजस्थान)
ठावौ ठिकाणौ- 24, दुर्गा कॉलोनी, हनुमानगढ़ संगम-335512 (राजस्थान)
ब्लॉग:- 'कागद' हो तो हर कोई बांचे