हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कदी दुनिया में रणधीर डर्या नहीं करदे
जिननै सै नहीं मरणा आन्दा
उन नै हर कोई डर दिखलान्दा
हरियाणा के वीर कदी डर्या नहीं करदे
मौत तै डर्या करैं वे पापी
जिन नै पाप करें हो काफी
माफी की याचना वीर कर्या नहीं करदे