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कमल रंगा / परिचय

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नाम : कमल रंगा
जनम : 5 जुलाई, 1956
शिक्षा : बी.कॉम., एल.एल.बी. अर डिप्लोमा इन लेबर लॉ

राजस्थानी भासा, साहित्य, संस्कृति अर कला नै समरपित। लिखणौ, पढणौ अर बोलणौ फगत अर फगत राजस्थानी में। राजस्थानी मान्यता रौ इतियास अर राजस्थानी साहित्य री गद्य-पद्य री सैंग विधावां में बतौर स्तम्भकार कड़ी जोड़ कड़ी लगोलग स्तम्भ लिखणिया।
अनुवादक रै रूप में बरसां सूं अनुवाद करम करता रैया है। अनुवाद पेटै पंजाबी, उर्दू अर बीजी भारतीय भासावां री रचनावां अनुवाद करता रैया है अर सागै ही विदेसी भासा री जिण में खासतौर सूं बरमी कवितावां रौ अनुवाद भी कीन्हौ।
आपरी रचनावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड रै कोर्स में भी लागी थकी ही। इणी तरै आप री मोकळी रचनावां रौ अनुवाद भारतीय भासावां में हुयौ है।
आप साक्षरता अभियान री पोथ्यां रा बतौर रचनाकार आपरी सेवायां देय चुक्या है। आप लारलै 47 बरसां सूं राजस्थानी संवैधानिक मान्यता, परदेस री दूजी राजभासा बणावण सारू अर प्राथमिक स्तर सूं शिक्षा रौ माध्यम राजस्थानी हुवै, इण बाबत लगोलग अहिंसात्मक आंदोलन रै रूप में आप अेक आंदोलनकरता रै रूप में काम कर रैया है।

सिरजण : आप बरस 1973 सूं लगोलग राजस्थानी में कहाणी, कविता, लघुकथा, व्यंग्य, नाटक, डायरी, आलोचना आद रै सागै-सागै वैचारिक अर सांस्कृतिक आलेख लिखण री हठोठी राखै। आपरी अबार तक बरस 1989 सूं लैय'र अबार तांई 16 पोथ्यां छपी थकी है अर चार पोथ्यां प्रकासनाधीन है।

आपरी छपी थकी पोथ्यां री विगत इण भांत है :-
सीप्यां अर शंख (लघुकथा-1989)
 बणतो इतिहास (कहाणी-2000)
ईदगाह (नाट्य रूपांतरण-2005)
 अेक चादर मैली सी (राजस्थानी उल्थौ-2008)
तिरस री तासीर (कविता-2009)
 बसंत म्हारी दीठ में (कविता-2016)
अदीठ साच (कविता-2018)
 सवाई हुवै कविता (कविता-2019)
अलेखूं अंबा (नाटक-2019)
 पांच रौ साच (कविता-2019)
लिटरेचर रा बी.पी.अेल. (व्यंग्य रिपोर्ताज-2020)
आयातित बिग बॉस (अनुवाद-2020)
रेत रमी काया (कविता-2020)
 उघड़ता साच (कविता-2020)
नेहा मेम साÓब (कहाणी-2020)
 राजस्थानी कविता रा क ख ग... (आलोचना-2020)
आब री ओळख (आलोचना- 2021)
 आलोचना रै आभै - सोळह कलावां (आलोचना-2021)
कविता साम्हीं म्हैं (कविता-2021)

पुरस्कार अर सम्मान : साहित्य अकादेमी नई दिल्ली रो 'राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार' (2011), 'घनश्यामदास सर्राफ पुरस्कार' (2004), 'पींथळ पुरस्कार' (2005), 'राजस्थानी सेवा सम्मान' (2007), 'राजस्थानी प्रोत्साहन अवार्ड' (2009), 'राजस्थानी साहित्य सम्मान' (2012), 'नगर बधावौ-नागरिक अभिनंदन' (2012), नगर निगम बीकानेर रौ 'राजस्थानी साहित्य सेवा सम्मान’ (2013), 'मुरलीधर व्यास राजस्थानी सम्मान' (2013), 'प्रतिभा सम्मान' (2015), 'साहित्य सेवी सम्मान' (2015), 'राज रत्न सम्मानÓ (2016), 'राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान' (2018), 'राजस्थानी भाषा राष्ट्रीय सम्मान' (2019), 'पारसमल पांड्या पुरस्कार' (2019)।

जुड़ाव : केन्द्रीय साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली, राजस्थानी भाषा-परामर्श मंडल सदस्य (2018-22), राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी री कार्यसमिति रा सदस्य (1995-1998)। राजस्थानी भासा री संवैधानिक अर दूजी राजभासा रै बधापै अर मान्यता सारूं लारलै चाळीस बरसां रौ समरपित-सक्रिय जुड़ाव। राजस्थानी मान्यता आंदोलन रा प्रवर्तक, राजस्थानी युवा लेखक संघ रा संस्थापक प्रदेशाध्यक्ष, प्रज्ञालय अर कई ठावी संस्थावां रा पदाधिकारी।

अबार : साहित्य सिरजण अर सुतंतर पत्रकारिता।

ठिकाणौ : 'रंगा कोठी, सु-कमलायतन,
डी-96-97, मुरलीधर व्यास नगर, बीकानेर-334004 (राजस्थान)