करते हैं पर काम नहीं होते हैं सब
करके भी बदनाम नहीं होते हैं सब
दशरथ भी सब बाप नहीं बन पाते हैं
बेटे भी अब राम नहीं होते हैं सब
पाँव बढ़ाना थोड़ा सोच-समझकर ही
रस्ते भी अब आम नहीं होते हैं सब
दोष लगाना है बेहद आसान मगर
साबित तो इल्ज़ाम नहीं होते हैं सब
लाखों में से एक हुआ करते हैं वे
गाँधी जैसे नाम नहीं होते हैं सब