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करमा गीत-4 / छत्तीसगढ़ी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हाय रे हाय
मैं तो नहिं जानों जी
कहां बोहावे जाम झरिया
धर से निकरे फरिका मेर ढाढ़े
कहां बोहावे जाम झरिया।
डोंगरी च डोंगरी तै चड़ि जाबे।
नीचे बोहावे जाम झरिया
एक कोस रेंगे।
दुसर कोस रेंगे
तीसरे मा पहुँचे
जाम झरिया
हाथे मा गगरी
मूढ़े मा गुढ़री
खड़े देखय
जाम झरिया।