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कर्मयोगिनी / कविता भट्ट

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(अनुवादक हिंदी से बंगाली देवनागरी डॉ .भीखी प्रसाद 'वीरेंद्र' सिलीगुड़ी)
 
मूल कविता ( कर्मयोगिनी मौन)
रजनीगंधा