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कहत कोऊ आयौ जापान द्वार भारत के / नाथ कवि
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कहत कोऊ आयौ जापान द्वार भारत के।
कोऊ कहत बर्मा सब बानै लै लीनौ है॥
कहत कोऊ नाजी गये हार अब रसिया सौं।
कोऊ कहत हिटलर नै कठिन प्रण कीनौ है॥
कहत कोऊ भारत कौ मिलि है स्वराज्य वेग।
भेज कैं फिलिप्स द्वार बन्द कर दीनौ है॥
रावण से बली विलाय गये पल भर में।
ऐसे ही विलैयै ब्रिटिश राज मत हीनौ है॥