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कह दो मुझे / पाब्लो नेरूदा / उज्ज्वल भट्टाचार्य

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कह दो मुझे, क्या गुलाब नग्न है
या फिर, वही उसका लिबास है ?

दरख़्त क्यों छिपाते रहते हैं
अपनी जड़ों की शान ?

किसको सुनाई देता है
अपराधी गाड़ियों का अफ़सोस ?

इससे दुखद क्या हो सकता है
जब कोई ट्रेन बारिश में खड़ी होती है ?

अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य