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काग़ज़ पर उसी निर्ममता से / हेमन्त शेष

काग़ज़ पर उसी निर्ममता से

पीट सकता हूँ बचपन के

अपने दुष्ट अध्यापक को

खुल्लमखुल्ला

अहा,

कविता भी कैसी सुविधा है।