भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कागा लऽ गेल मुद्रिका / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:59, 1 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=देवी...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कागा लऽ गेल मुद्रिका, चिल्होरि ग्रीमहार
राम, ताहि लेल विषहरि रोदना पसार
सोन ले रे सोनरा, रूपा ले पटबा
राम, गढ़ि दए सोनरा मैया सोने ग्रीमहार
पहिरि लीअ विषहरि भैया, गले ग्रीमहार
राम, कर लागू आहे विषहरि सेवक गोहार
नाव ला रे मलहा भइया आरो करुआरि
राम, विषहरि औती मृतभुवन, हरती कलेश