हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कान्हा बरसाणे में आ जाइयो बुलागी राधा प्यारी
जो कान्हा तू राह न जाने डोले डोले आ जाइयो
बुलागी राधा प्यारी
ताता पानी धरिया ततेरा, तेरी गर्ज पड़े तो नहा जाइयो
बुलागी राधा प्यारी
पतली ते पतली पोई फुलकियां तेरी गर्ज पड़े तो खा जाइयो
बुलागी राधा प्यारी