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काले सफ़ेद शब्द / अनिता भारती

तुम्हारा प्यार,
अखबार में लिपटी
गर्म रोटी की तरह

जो हर बार
मेरी ऊष्मा पर
कुछ काले सफ़ेद शब्द
छोड़ जाता है