Last modified on 14 जून 2014, at 11:33

काव्य-न्याय / गीत चतुर्वेदी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:33, 14 जून 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गीत चतुर्वेदी |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जिस आदम को स्वर्ग से बेआबरू निकाला गया
उसकी नियति देख लीजिए
आदम के आंगन में बाल-बच्चे किलक रहे
स्वर्ग ख़ुद ही नेस्तनाबूद हो गया